23 मई को वोटों की गिनती के दिन शेयर बाजार में क्या होगा, विश्लेषकों ने बताया

एक्सपर्ट्स का कहना है कि चूंकि शेयर बाजार पहले से ही उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है, इसलिए 23 मई को इलेक्शन रिजल्ट के दिन इसमें बहुत ज्यादा उतार-चढ़ाव की उम्मीद नहीं की जा सकती है।





23 मई को अगर चुनाव परिणाम बिल्कुल हैरतअंगेज रहे तो भी शेयर बाजार में 10 प्रतिशत से ज्यादा के उतार-चढ़ाव की गुंजाइश नहीं रहेगी। विश्लेषकों का मानना है कि मार्केट पहले से ही उथल-पुथल के माहौल से ग्रसित है, ऐसे में लोकसभा चुनाव के वोटों की गिनती के दिन बहुत भारी हलचल की उम्मीद नहीं की जा सकती। वैल्युक्वेस्ट इन्वेस्टमेंट अडवाइजर्स के सीआईओ रवि धरमशी ने ईटी नाउ से कहा, 'मुझे नहीं लगता कि कोई उम्मीद बच गई है। लोग सचेत हैं, वे आर्थिक सुस्ती के कारण परेशान हैं। उनकी सोच बिगड़े को संभालने की होनी चाहिए, न कि उत्साह में आकर कुछ और बिगाड़ लेने की।' 


बड़ी गिरावट का शिकार बाजार 
दरअसल, बिगड़े वैश्विक हालात, मार्च तिमाही में कंपनियों के आए मिलेजुले नतीजे और इस कारण कई कंपनियों के वैल्युएशन में आई गिरावट जैसी गैर-राजनीतिक वजहों से बाजार में भारी उथल-पुथल के दौर से गुजर रहा है। मंगलवार को घरेलू शेयर बाजार लगातार नौ सत्रों की गिरावट के साथ पहली बार बढ़त के साथ बंद हुआ था। लेकिन, अगले ही दिन बुधवार को अच्छी खासी तेजी के साथ खुलने के बाद 200 से ज्यादा अंकों के साथ बंद हुआ। बाजार की हालत यह है कि मई महीने में अब तक भारतीय शेयर बाजार सबसे ज्यादा कमजोर पड़ रहे दुनियाभर के बड़े बाजारों में शामिल रहा है। इसका कारण अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड वॉर का नए सिरे से परवान चढ़ना है। 


किसकी सरकार पर कैसा रहेगा बाजार 
एडलवाइस प्रफेशनल इन्वेस्टर रिसर्च का कहना है कि अगर एनडीए की सत्ता में वापसी होती है तो निफ्टी 10% की उछाल के साथ 12,500 के आसपास का स्तर छू सकता है। लेकिन, अगर कांग्रेस-बीजेपी से इतर थर्ड फ्रंट के पक्ष में फैसला आता है तो मार्केट में मचा बवाल और जोर पकड़ेगा। तब सेंसेक्स और निफ्टी में 10 से 12 प्रतिशत की गिरावट आ सकती है। तब निफ्टी 10,000 के स्तर के नीचे जा सकता है। हालांकि, कांग्रेस की सरकार बनने पर भी बाजार का सकारात्मक रवैया देखने को मिल सकता है। 


प्रभुदास लीलाधर का अनुमान 
ब्रोकरेज हाउस प्रभुदास लीलाधर का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में निफ्टी ईपीएस में 8.4 प्रतिशत की मजबूती आएगी जो पिछले वित्त वर्ष में 3.8 प्रतिशत कमजोर हुई थी। उसने कहा, 'अगर टिकाऊ एनडीए सरकार सत्ता में आती है तो मार्केट को 24-25 गुना अर्निंग्स का स्वाद चखने को मिल सकता है। यानी, निफ्टी 13,275 से 13,825 के स्तर तक पहुंच सकता है। लेकिन, किसी तरह का प्रतिकूल नतीजा आया तो बिगड़े वैश्विक हालात के मद्देनजर पीई मल्टिपल्स मार्केट में रैली से पहले के स्तर 19 गुना पर आ जाएंगे।' फिलहाल निफ्टी एक वर्ष की फॉरवार्ड अर्निंग्स के 21 गुना स्तर पर ट्रेड कर रहा है जो 18 के लॉन्ग टर्म ऐवरेज के 16.6 प्रतिशत प्रीमियम है। 

निवेशकों को सुझाव 
धरमशी ने कहा कि अनुमान से कम चुनावी नतीजे आए तो शेयर सस्ते हो जाएंगे। उन्होंने कहा, 'लेकिन, कोई ऐसे नतीजे की तैयारी पहले ही नहीं कर सकता है। अगर आप चुनावी परिणामों के मद्देनजर निवेश से निकल गए और परिणाम आपकी सोच से उलटा आ गया तो आपको सही कीमत नहीं मिल पाएगी।' उनका सुझाव है, ऐसे में आप जो कर सकते हैं, 'वह है सिर्फ अपने व्यवहार पर नियंत्रण रखना। अगर इलेक्शन रिजल्ट अनुकूल रहे और बाजार मजबूत हो गया तो भी आपको सावधानी बरतने की जरूरत होगी क्योंकि जरूरी नहीं है कि एनडीए की वापसी के बाद भी आर्थिक आंकड़ों में तुरंत सुधार आ जाए।' 


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